माडगूळकर, ग. दि.

तीन चित्र-कथा वरदक्षिणा, प्रेम आंधळं असतं, प्रपंच - मुंबई # औरंगाबाद साकेत प्रकाशन 2014 - 214 Pb

978-81-7786-889-0 # 978-81-7786-852-4




M791.43