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100 _aमहेश्वरी, प्रेमचंद्र
365 _b150
942 _cBK
654 _a
245 _aहिन्दी रामकाव्य का स्वरूप और विकास
_bबदलते युगबोध के परिप्रेक्ष्य में
260 _aदिल्ली
_bवाणी प्रकाशन
_c1983
082 _a891.43109
300 _bHb
_a499
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041 _ahin