| 000 | 01266nam a2200301Ia 4500 | ||
|---|---|---|---|
| 100 | _aघाटे, निरंजन | ||
| 020 | _a81-7161-823-5 | ||
| 490 | _aविज्ञान आणि आपण | ||
| 520 | _aविज्ञान आणि आपण | ||
| 250 | _a3 री आवृत्ती | ||
| 365 | _b30 | ||
| 942 | _cBK | ||
| 654 | _aआरशावरील वाफ | ||
| 654 | _a प्रक्रिया केलेले पदार्थ | ||
| 654 | _a उपयोगी कचरा | ||
| 654 | _a बनावट बातमी | ||
| 654 | _a विज्ञान आणि आपण | ||
| 654 | _a पदार्थांची अंलर्झी | ||
| 654 | _a दुनिया वै-याची होते आहे | ||
| 654 | _a युध्द आणि विज्ञान | ||
| 654 | _a विज्ञानाचेही नियोजन हवे | ||
| 654 | _a समाज शास्त्रज्ञांसाठी काय करतो | ||
| 654 | _a | ||
| 245 | _aविज्ञान आणि आपण | ||
| 260 |
_aपुणे _bमेहता पब्लिशिंग हाऊस _c1998 # 1989 |
||
| 082 | _aM502 | ||
| 300 |
_bPb _c21.5 cm _a50 |
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| 999 |
_c394555 _d394555 |
||
| 041 | _amar | ||