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100 _aत्रिपाठी, विश्वनाथ
020 _a8-7178-855-6
365 _b125
942 _cBK
654 _a
245 _aदेश के इस दौर में
_bपरसाई के व्यंग-निबंधों की विवेचना
260 _aनई दिल्ली
_bराजकमल प्रकाशन
_c2000
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041 _ahin